Monday, 29 June 2015

मोदी को गद्दी सौंपी है जनता ने और हिसाब माँगती है काँग्रेस !जो न देश में प्रदेश में न रेस में फिर भी इतनी तैस ! बारी काँग्रेस !!

 जनता ने काँग्रेस को बनबास और भाजपा का राजतिलक किया है इसलिए जनता को ही दिया जाएगा हिसाब !काँग्रेस का बायकाट !काँग्रेस अखवार पढ़े समाचार देखे और करे विदेश भ्रमण !नहीं तो सत्संग श्रवण !
       काँग्रेस को भूलना नहीं चाहिए कि काँग्रेस केवल पराजित ही नहीं हुई है अपितु जनता ने तंग होकर उसे केंद्र की सत्ता से धक्का देकर खदेड़ा है ! पराजय कभी इतनी बुरी नहीं होती है जितनी काँग्रेस की हुई है !दिल्ली विधान सभा के समाचार तो अब अखवार पढ़कर ही पता लगेंगे काँग्रेस को ! इतनी पुरानी पार्टी का ये हश्र !अब उसे हिसाब चाहिए मोदी जी की एक साल की सरकार से ! काँग्रेस को चुनावपरिणामी अपनी हैसियत  को ध्यान में रखकर ही कोई डिमांड रखनी चाहिए
   लोकसभा चुनावी परीक्षा की फेल विद्यार्थी है काँग्रेस जबकि भाजपा पास हुई है ! पास होने वाले की एक कक्षा आगे बढ़ जाती है तो कोई पास हुआ विद्यार्थी अपने फेलियर साथी को हिसाब क्यों देगा !शिष्टता तो ये है कि उसे माँगना ही नहीं चाहिए !किंतु काँग्रेस से इतनी शालीनता की उम्मींद क्यों !   
     जो न देश में न प्रदेश में पीर भी इतनी तैस !बारी काँग्रेस!
      जनता ने तो काँग्रेस से विपक्ष का पद पाने का अधिकार भी छीन लिया है अब तो सत्तापक्ष चाहे तो दयावश दे दे विपक्ष का पद अन्यथा मन मसोस कर बैठे और करे अतीत के अपने आचरणों पर पश्चात्ताप !          काँग्रेस को यह भी सोचना चाहिए कि विगत लोकसभा चुनावी परीक्षा की वह फेल विद्यार्थी है जबकि भाजपा पास हुई है ! पास होने वाले की एक कक्षा आगे बढ़ जाती है तो कोई पास हुआ विद्यार्थी अपने फेलियर साथी को हिसाब क्यों देगा !शिष्टता तो ये है कि उसे माँगना ही नहीं चाहिए !किंतु काँग्रेस से इतनी शालीनता की उम्मींद क्यों ! 
     देश ने काँग्रेस को रेस से बाहर कर दिया है फिर चाहिए मोदी सरकार के एक वर्ष का हिसाब ! आखिर क्यों आप हैं क्या जनता ने तो आपको विपक्ष पद भी मांगने लायक नहीं छोड़ा था !आप मोदी साकार के एक वर्ष का हिसाब पूछने की जगह अपना हिसाब किताब जनता को समझाइए जिसने आपकी ये दुर्दशा की है !
    जनता मोदी जी से एक साल के शासन का भी हिसाब किताब माँग सकती है ,हम जनता हैं हम मोदी से भी पूछ सकते हैं काँग्रेस से भी किंतु काँग्रेस नहीं !आखिर वो पूर्व प्रशासक हैं काँग्रेस को मोदी जी से पूछने से पहले अपना हिसाब देना चाहिए था क्यों हुए इतने घोटाले !उनके लिए जिम्मेदार कौन था उन्हें क्या सजा मिली !पहले काँग्रेस के साठ  वर्ष के शासन का हिसाब देना होगा तब काँग्रेस पूछ सकती है मोदी जी के एक वर्ष का हिसाब किताब !

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