Wednesday, 20 August 2014

ऐसी बेचैन मित्र आत्माओं को ईश्वर सदाचरण सहने की सामर्थ्य दे !

कुत्ते बिल्लियों की तरह सार्वजनिक जगहों पर अश्लील वारदातों को अंजाम देने वालों को  प्रेमी प्रेमिका कैसे कहा जा सकता है ! ये तो बीमारी हैं !

   बहन बेटियों के साथ हो रही अश्लील वारदातों को सहना अब कठिन हो गया है बलात्कारों की खबरें सुनते सुनते अब समाचार पढ़ने और देखने से डर लगने लगा है, मैं सार्वजनिक जगहों पर अश्लील वारदातें करने वाले नगोडों का बहिष्कार करना चाहता हूँ !इसलिए मैं उनके विरोध में लिख ही सकता हूँ सो लिखता रहूँगा ये मेरा कर्तव्य है बलात्कारियों को पढ़कर दुःख होना स्वाभाविक भी  है ,इसलिए बलात्कार जैसी अप्रिय घटनाओं को अंजाम देने वाले उन रेप स्पेशलिस्टों को मैं भाग्यशाली मानता हूँ जो अश्लील वारदातों को अंजाम देने वाले नगोड़े लोग या उनके शुभ चिंतक लोग हमसे तंग आकर अपनी  फेसबुकी  फ्रैंडलिस्ट से हमें बाहर खदेड़ रहे हैं !ऐसी बेचैन मित्र आत्माओं को ईश्वर सदाचरण  सहने की सामर्थ्य दे साथ ही उनकी दिवंगत मनुष्यता को ईश्वर के चरणों में चिर शांति मिले ! मेरी प्रभु से यही प्रार्थना है !



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