Monday, 15 September 2014

मैं औरत हूं, इसलिए मेरे ब्रेस्ट तो होंगे ही, इसमें आपको क्या प्रॉब्लम है: दीपिका पादुकोण -zee news

   किन्तु   देवी !  बात कुछ होने या न होने की नहीं है बात दिखने या न दिखने की भी नहीं है बस बात तो केवल दिखाने और न दिखाने की है अपनी बातों से लोगों का ध्यान भटकाइए मत !जिसके पास जो है सब कोई सबकुछ  यदि दिखाने ही लगेगा फिर तो समाज उस तरफ चला जाएगा जिस तरफ जाने से रोकना है ! जहाँ तक बात 'मैं औरत हूं, इसलिए मेरे ब्रेस्ट तो होंगे ही," की है इसमें न किसी को शक है और न संदेह और न ही आपत्ति !और यदि किसी को हो भी तो सारा सभ्य समुदाय नारी समाज के सम्मान के लिए मर मिटने के लिए आज भी तैयार है किन्तु एक निवेदन नारी समाज से भी है कि कुछ आप भी सोचें कि आप में से कुछ लोगों को तो सुरक्षा मिल जाती है किन्तु आज बेचारी छोटी छोटी बच्चियों की जान पर भी बन आई है नर पिशाच उन्मत्त होकर घूम रहे हैं जब तक सरकार उन पर नियंत्रण  नहीं कर लेती तब तक हम सबको विशेष आत्म संयम पूर्वक बात व्यवहार करते हुए समाज का ताना बाना बना एवं बचाकर रखना  चाहिए !



गरबा कार्यक्रमों में मुस्लिमों को बिल्कुल नहीं आने देना चाहिए: प्रवीण तोगड़िया -zee news
    किन्तु  ये दोहरे मापदंड क्यों हैं तोगड़िया जी !अगर गरबा कार्यक्रमों में मुस्लिमों का जाना इतना ही गलत है तो साईं के नाम पर मंदिरों में अल्ला अकबर गाया  और गवाया जाना ठीक है क्या ? आखिर हिन्दू मुस्लिमों की एकता के प्रतीक बताए जा रहे साईं को हिन्दू धर्म पर बोझ क्यों बनने दिया जा रहा है !वो हिन्दू धर्म से इतनी अरुचि करते थे कि सारे जीवन एक मस्जिद में ही रहे न कि किसी मंदिर में !सारे जीवन चन्दन नहीं लगाया हिन्दुओं के धर्म ग्रन्थ नहीं पढ़े ,हिन्दुओं की वेष  भूूषा धारण नहीं की,हिन्दुओं के रीति रिवाज धारण नहीं किए ,शिर उस तरह से ढक कर रखा जैसे हिन्दू नहीं रहते हैं,माँस भोजन जैसा अपराध करने के बाद भी उन  साईं को देव मंदिरों में देवताओं के रूप में बैठाकर देवमंत्रों से देवपूजा विधि से उनकी पूजा किया जाना कितना लज्जास्पद है इसके बाद भी इस ज्वलंत विषय पर हिन्दू संगठनों का मौन रहना उससे अधिक लज्जास्पद है !यदि सनातन  मंदिरों में एक असनातन धर्मी को महिमा मंडित किया जा रहा है और हिन्दू नेता मौन हैं तो आप जैसे शब्द शूर आखिर सनातन धर्म के और किस काम आएँगे !

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