Friday, 15 August 2014

आज स्वतन्त्रता दिवस है ! साईं घुसपैठियों से स्वतंत्र कराए जाएँ सनातन धर्म मंदिर !

सनातन धर्म मंदिरों को साईं मुक्त बनाने का संकल्प लें !देश अब पाखंडों से तंग आ चुका है !  
      सनातन धर्मियो ! आज स्वतंत्रता दिवस है इस दिन देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था  ! इसलिए सनातन धर्म के मंदिरों को साईं से मुक्त कराने हेतु संकल्प लेने का अवसर है आज !

         बंधुओ ! जिन सनातन धर्म के मंदिरों में साईं नामक संगमरमरी ओल्ड मुद्राएँ रखी गई हैं वहाँ सनातन धर्म के देवी देवता कितना अपमान झेल रहे हैं पता है मंदिर प्रशासन से लेकर पुजारी तक केवल साईं सेवा में लगा होता है वहीँ सफाई होती है वहीँ मुकुटऔर पोशाकें  बदली जाती हैं वहीँ बार बार भोग लगता है वहीँ पांच बार नमाज आरती होती है सब कुछ केवल वहीँ होती है वहीँ चहल पहल होती है आपके देवी देवताओं के मंदिरों में देवी देवताओं की ही हो रही होती है घोर उपेक्षा , अपमान एवं उनकी अवहेलना !!

साईं पत्थरों को मंदिरों में रखने से हानियाँ !
मंदिरों में नाक मुख आँखें कान आदि बनाकर रखे गए साईं नाम के पत्थर पूजने से अनेकों प्रकार के नुक्सान हैं !मंदिरों में रखे गए साईं पत्थरों को पूजने से समाज को भारी भ्रम होगा और कहीं आगामी पीढ़ियाँ भगवानों की प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को भी साईं पत्थरों की तरह ही पत्थर न समझने लगे जिससे अनादि कालीन सनातन संस्कृति से जुड़ी संतानें भ्रमित होकर भटक न जाएँ इसलिए सनातन धर्मियों को मिलजुलकर अपने मंदिरों से साईं पत्थरों को जल्दी से जल्दी बाहर करना होगा अन्यथा सनातन मंदिरों का आस्तित्व ही समाप्त होता दिख रहा है कई सनातन धर्म के देव मंदिर आज साईं मंदिरों के नाम से प्रसिद्ध होने लगे हैं ये चिंता का विषय है !see more... http://snvajpayee.blogspot.in/2014/07/blog-post_31.html
 

        अरे  सनातन धर्मियो !

  क्या साईं राम से मुक्त नहीं करा सकते अपने श्री राम मंदिरों को ?

 क्या साईं श्याम से मुक्त नहीं करा सकते अपने श्री श्याम मंदिरों को ?

क्या साईं नाथ से मुक्त नहीं करा सकते बाबा भोले नाथ मंदिरों को ?

 क्या साईं माता से मुक्त नहीं करा सकते अपने देवी मंदिरों को ?

 क्या साईं बाबा से मुक्त नहीं करा सकते अपने संकटमोचन श्री हनुमान जी के मंदिरों को ?

 

साईं पत्थरों को मंदिरों में रखने से हानियाँ !


     बंधुओ!मंदिरों में नाक मुख आँखें कान आदि बनाकर रखे गए साईं नाम के पत्थर पूजने से अनेकों प्रकार के नुक्सान हैं !मंदिरों में रखे गए साईं पत्थरों को पूजने से समाज को भारी भ्रम होगा और कहीं आगामी पीढ़ियाँ भगवानों की प्राण प्रतिष्ठित मूर्तियों को भी साईं पत्थरों की तरह ही पत्थर न समझने लगे जिससे अनादि कालीन सनातन संस्कृति से जुड़ी संतानें भ्रमित होकर भटक न जाएँ इसलिए सनातन धर्मियों को मिलजुलकर अपने मंदिरों से साईं पत्थरों को जल्दी से जल्दी बाहर करना होगा अन्यथा सनातन मंदिरों का आस्तित्व ही समाप्त होता दिख रहा है कई सनातन धर्म के देव मंदिर आज साईं मंदिरों के नाम से प्रसिद्ध होने लगे हैं ये चिंता का विषय है !see more... http://snvajpayee.blogspot.in/2014/07/blog-post_31.html


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