Wednesday, 17 December 2014

पाकिस्तानी भाई बहनों के प्रति समर्पित आत्मीय 'दो शब्द' !

   पाकिस्तान में निर्दोष बच्चों  की  हत्याओं  से मानवता दहल उठी है!

       भारत माता के ही हृदय के  कभी अभिन्न अंग रह चुके पाकिस्तान के बच्चों पर आतताइयों ने इतना बड़ा अत्याचार किया हो चीथड़े उड़ा दिए गए जिन नौनिहालों के उनके परिजनों के करुण क्रंदन से ब्यथितात्मा आपके अपने भारतीयों से कौर नहीं निगले जा रहे थे सो नहीं सके हैं भारतीय !

    पाकिस्तानी हुक्मरानों की कार्यशैली से निराश मैं आज  दुखी पाकिस्तानी भाई बहनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि निर्दोष बालकों के परिजनों को यह असह्य बेदना सहने की सामर्थ्य ईश्वर प्रदान करे !

     दुःख की इस प्रेरक घड़ी में पाकिस्तानी भाई बहनों से निवेदन है कि आज के बाद संकल्प लें कि वो उन्हीं राजनैतिक दलों और नेताओं का समर्थन करेंगे जो पाक के प्रति भारत की आत्मीय भावना का आत्मीयता के साथ आदर कर सकते हों ताकि भारत और पाकिस्तान मिलजुलकर आतंकवाद के विरुद्ध दृढ़ता से खड़ा हो सके !और समाप्त कर दे यह मानवता विरोधी दारुण आतंकवाद !

      अरे पाकिस्तानी भाई बहनो ! आपके शासकों ने निरंतर हमारी आत्मीयता का अपमान किया है अटल जी की मित्रता की पहल का जवाब उन्होंने कारगिल से दिया था , मुंबई हमला रहा हो या हमारे श्रद्धेय सैनिक हेमराज का शिरच्छेदन एवं उससे संबंधित वीडियो दिखाया जाना !ऐसी और भी बहुत सारी भारत विरोधी दुखद बातों का विरोध पाकिस्तानी भाई बहनों की ओर से होना चाहिए था खैर

         "बीती ताहि बिसारिके आगे की सुधि लेय"

       किंतु पाकिस्तानी भाई बहनों को आज संकल्प लेना चाहिए कि भारत विरोधी आतंकी  गतिविधियाँ चलाने के लिए वो न केवल पाक की जमीन का दुरुपयोग नहीं होने देंगे अपितु भारत विरोधी भावनाएँ भड़काने वाले राजनैतिक दलों और नेताओं को सत्ता की सीढ़ियाँ नहीं चढ़ने देंगे !साथ ही आतंकी गतिविधियों में सम्मिलित लोगों को पाकिस्तान में पनाह नहीं मिलने देंगे !

    बंधुओ ! भारत पर विश्वास किया ही जाना  चाहिए कि पाक के द्वारा भारत की ओर उठाए जाने वाले एक एक आत्मीय हाथों शब्दों एवं व्यवहारों का जवाब भारत हजारों गुणा  अधिक आत्मीयता पूर्वक देगा ! भारत अपने प्रति व्यक्त की गई किसी आत्मीय भावना   का कभी अपमान नहीं होने देता है !

      अस्तु ! पाकिस्तानी भाई बहनो ! भारत वर्ष के आतंक वाद विरोधी अभियान में साथ देने के लिए अपने शासकों को बाध्य करके   इस संपूर्ण क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त मानवता संरक्षण के महान कार्य में आपके  योगदान का भी अमर इतिहास बने ! अपनी इन्हीं भावनाओं के साथ एक बार पुनः संवेदना अपने पाकिस्तानी भाई बहनों के लिए ! पाकिस्तानी भाई बहनो ! भूल मत जाना सहृदय भारतीय आपके दुःख तकलीफ में हमेंशा आपके साथ हैं किन्तु शहीद  हेमराज का शिर विहीन शव एवं भारतीयों के पौरुष को ललकारता उसका लहराया जाता  वीडियो जैसी और भी पाकिस्तान के द्वारा प्रदत्त असह्य बेदनाओं से घायल भारतीयों के हृदय आज भी आपके आत्मीय व्यवहारों से सहलाए जाने की प्रतीक्षा में हैं !

      

 

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