हे आम आदमी के पवित्र प्रतिनिधि ! तुमने दिल्ली वालों से कहा था कि वी आई पी कल्चर ख़त्म करेंगे !हतभाग्य !तुम तो स्वयं डूब गए उसी वी आई पी कल्चर में !
विज्ञापन पर बर्बाद करने जा रही दिल्ली सरकार को चाहिए कि वो सब्सिडी देकर दालें सस्ती कर दे इसी से हो जाएगा प्रचार कुछ राहत पा जाएँगे महँग़ाई से व्याकुल गरीब परिवार !और तुम्हारा प्रचार वाणी से नहीं अपितु आत्मा से करेंगे !
'देश का मीडिया निर्मल बाबा का प्रचार कर सकता है, तो क्या निःशुल्क दिल्ली सरकार का प्रचार नही कर सकता ?-संजय सिंह 'आप '
किंतु दिल्ली सरकार प्रचार के लिए अभी से इतना पागल क्यों हो रही है अभी सरकार को कुछ करना शुरू तो करने दीजिए
तब प्रचार के विषय में सोचना ! अभी किस चीज का प्रचार करेंगे तोमर की
फर्जी डिग्रियों का या अरविंद जी के द्वारा दी गई गालियों का या प्रशांत
योगेन्द्र को बाहर करने का , या पार्टी की सभा में दिल्ली सरकार के
सर्वे सर्वा निष्ठुर पदाधिकारियों की गौरवपूर्ण उपस्थिति में हुए गजेंद्र मोक्ष में बरती गई गैर जिम्मेदारी और संवेदन शून्यता का , या त्याग तपस्या बलिदान के सपने दिखाकर करोड़ों रूपए विज्ञापन पर बहाने का , या करेप्सनमुक्त दिल्ली बनाने के झूठे नारे लगाने का ,या सत्ता के लिए आम आदमी पार्टी में जारी बन्दर बाँट का या अन्ना के त्याग तपस्वी प्रतिष्ठित व्यक्तित्व
के साथ त्याग तपस्या की चादर ओढ़कर और बाद में सत्ता के लिए बिलकुल पागल हो
उठने का ,या मुख्य मंत्री आवास के यशस्वी बिजली बिल का या दिल्ली में सफाई
कर्मियों की हड़ताल करवाकर दुर्गन्ध फैलवाने का या उपराज्यपाल श्री नजीब जंग के साथ छिड़ी जंग का या कोर्ट के द्वारा धमकाए जाने का या मोदी के द्वारा दुरियाए जाने का या अपने अधिकारियों से पटरी न खाने का या प्रारम्भिक स्कूलों की चरमराती शिक्षा व्यवस्था का आखिर दिल्ली सरकार ने ऐसा कौन सा धनुष भंग अब कर दिया है जिसकी बात जनता को बतानी इतनी जरूरी है कि उस पर जनता की गाढ़ी कमाई के सैकड़ों करोड़ रूपए फूँक दिए जाएँ ! आखिर आपकी
सरकार के अच्छे बुरे कर्मों से प्रभावित तो जनता को ही होना है तो जनता को
स्वयं पता लग जाएगा कि आप जनता के लिए आकाश के कौन से ऐसे नए तारे तोड़ लाए हैं जो अन्य सरकारें नहीं कर पाईं थीं हाँ जनता की भलाई में जो करना आपके बश में न हो और न ही करने के इरादे हों फिर भी जनता के मन में भ्रम बनाकर रखना हो ऐसे झूठों को प्रचारित करने के लिए बर्बाद करना चाह रहे हैं महंगाई से मर रही दिल्ली की जनता के सैकड़ों करोड़ ! यही करना है तो दिल्लीवालों के कैस पर ऐश के शौक़ीन मुख्यमंत्री जी ! प्रचार के पैसों से खाद्य सामग्री पर सब्सिडी दे दीजिए !
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