भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख !
विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
Thursday, 3 September 2015
जीवित विचारों
जो जीवित विचारों वाले सजीव लोग सरकारों से जातिगत आरक्षण या अन्य सुविधाएँ नहीं चाहते हैं मेहनत करके कमा खा सकते हैं ऐसे हर ईमानदार देशवासी को नेताओं के स्वेच्छाचार का विरोध करना चाहिए !
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