सरकारी डॉक्टर ,शिक्षक हों ,बैंककर्मी,डाककर्मी या अन्य विभागों के कर्मचारी ड्यूटी टाईम में शॉपिंग करने निकलते हैं !
जिसदिन स्कूलों अस्पतालों या सभी विभागों की आफिसों में छुट्टी न पास हो उस दिन उनके शरीर से ड्यूटी टाईम में नहीं उतरनी चाहिए बर्दी ताकि कामचोर लोगों को न केवल समाज पहचाने अपितु समाज उनसे जवाब तलब करे कि ड्यूटी टाईम में कहाँ घूम रहे हैं महाशय आप !इसके साथ ही सरकारी आफिसों से अधिकारियों के स्पेशल कमरों की परंपराएँ बंद हों और बंद किए जाएँ AC ताकि कार्यक्षेत्रों का उपयोग कार्य क्षेत्रों की तरह ही हो अन्यथा ये तो आरामगाह बनते जा रहे हैं अधिकारियों का मन ही नहीं होता है आफिसी आरामगाह छोड़कर बाहर जाने का इन्हें पता ही नहीं होता है कि आज दिन भर हमारे लोगों ने कोई काम किया भी है या नहीं !और जब
जिसदिन स्कूलों अस्पतालों या सभी विभागों की आफिसों में छुट्टी न पास हो उस दिन उनके शरीर से ड्यूटी टाईम में नहीं उतरनी चाहिए बर्दी ताकि कामचोर लोगों को न केवल समाज पहचाने अपितु समाज उनसे जवाब तलब करे कि ड्यूटी टाईम में कहाँ घूम रहे हैं महाशय आप !इसके साथ ही सरकारी आफिसों से अधिकारियों के स्पेशल कमरों की परंपराएँ बंद हों और बंद किए जाएँ AC ताकि कार्यक्षेत्रों का उपयोग कार्य क्षेत्रों की तरह ही हो अन्यथा ये तो आरामगाह बनते जा रहे हैं अधिकारियों का मन ही नहीं होता है आफिसी आरामगाह छोड़कर बाहर जाने का इन्हें पता ही नहीं होता है कि आज दिन भर हमारे लोगों ने कोई काम किया भी है या नहीं !और जब
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