Thursday, 10 March 2016

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      बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी जैसे विश्व विद्यालय से पीएचडी करने के बाद सुरक्षित पारिवारिक जीवन पर ज्योतिष की दृष्टि से मैंने बहुत लोगों के जीवन पर अध्ययन किया उससे संभावित विवाह या चल रहे विवाहों में या तलाक ले चुके स्त्रीपुरुषों के जीवन के बिषय में अध्ययन करते समय कई महत्त्वपूर्ण बातें सामने आईं !
   ज्योतिष विज्ञान के वैज्ञानिकपक्ष का रिसर्च करने पर हम इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि बच्चों के बचपन में ही यदि उनके जन्म समय पर भविष्य विज्ञान की दृष्टि से गंभीरता पूर्वक अध्ययन किया जाए तो उन बच्चों के सारे जीवन के विषय में एक परिणाम पूर्ण अनुमान लगाया जा सकता है बच्चे की शिक्षा से लेकर उसके सम्पूर्ण जीवन के विकास की दृष्टि से यहाँ तक कहा जा सकता है कि इसे स्तर को विषय में 


इस भविष्य विज्ञान को यदि पंडित पुजारियों की दृष्टि से न देखकर इसके वैज्ञानिकपक्ष का रिसर्च करने पर विषय के वास्तव में शिक्षित डिग्री होल्डर पर यदि के से 
  
            
      
       जिसके भाग्य में विवाह का सुख सौ प्रतिशत न होकर 60 प्रतिशत ही बदा हो खोजते वो भी सौ प्रतिशत अच्छा जीवन साथी हैं किंतु जब उनके 




     

 समाज में बढ़ती असहनशीलता 
भाग्य में विवाह सुख लिखा ही 60 प्रतिशत है तो वो सभी प्रकार से सुन्दर लड़के या लड़की से यदि विवाह भी कर लें तो भी उन्हें उस विवाह का सुख 60 प्रतिशत ही मिलेगा बाकी बचा खुचा चालीस प्रतिशत विवाह सुख जीवन साथी के पास होते हुए भी आपको नहीं मिलेगा !उतने के लिए वो  किसी दूसरे के साथ प्यार नाम का ब्याभिचार करता या करती है जिसे पचा पाना हर किसी के लिए कठिन होता है यह कोई नहीं चाहता है कि उसका पति या पत्नी उसे छोड़कर किसी और से प्यार करे और यदि करे तो मारे या मरे अन्यथा तलाक करे !इसलिए हमारे यहाँ अपनी कुंडली पहले ही दिखाकर यह पता कर ले कि उसके भाग्य में विवाह सुख है कितने प्रतिशत उसी हिसाब से जीवन साथी की तलाश करे जिससे दोनों का आपसी स्नेह आजीवन उत्तम बना रहता है ।

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