अमर सिंह जी अबकी ले जाएँगे क्या शिवपाल सिंह जी को भी अपने साथ !और मुलायम सिंह जी को भी संत बता ही चुके हैं साध्वी जयाप्रदा जी साथ हैं ही पता नहीं शिवपाल जी ढोलक चिमटा कुछ बजा लेते हैं कि नहीं !अब तो बस शिवपाल सिंह जी से इतना ही कहने को बाकी बचा है कि हे अनुज ! अभी तक राजनीति में हमारा साथ देते रहे तो अब साधू बनने में भी दीजिए जैसे अभी तक आप हमारे पीछे पीछे घूमते रहे वैसे ही अब अपने बच्चों को अखिलेश के पीछे पीछे घूमने दीजिए !क्या शिवपाल सिंह जी को बाहर करने के लिए ही पार्टी में लाए गए थे अमरसिंह जी ?वाह वारी कूटनीति !पुत्र को पार्टी हस्तांतरित करने के लिए की जा रही है इतनी सारी कवायद !अन्यथा शिवपाल सिंह जी को क्यों न घोषित कर दें मुख्यमंत्री !
जैसे भगवान राम ने घोड़ा छोड़कर लवकुश से पकड़वाकर उनसे युद्ध लीला रचकर पुत्रों को सबसे बड़ा बलवान सिद्ध किया था वही खेल कहे रहे हैं नेता जी इससे और कुछ हो न हो पार्टी पर भाई भतीजों के दावे तो ख़तम हो ही जाएँगे !हो सकता है चाचा के नाते शिवपाल जी सब कुछ सहकर बने भी रहें किंतु बेचारे संत अमरसिंह जी .... !
मुलायमसिंह जी ने ही करवाई सारी लड़ाई !जानिए कैसे ?
पुराने समय
में लोगों के कई कई बच्चे होते थे तो बुड्ढे लोग उन्हें आपस में लड़ाते रहते
थे और उनके फैसले करते रहते थे तो उनके भी बुढ़ापे में रौनक लगी रहती थी
इसी बहाने उनका भी बुढ़ापा पास हो जाया करता था कहीं वही आनंद तो नहीं ले
रहे हैं मुलायम सिंह जी !अन्यथा जब सब कह रहे हैं कि जो नेता जी चाहेंगे वो
होगा तो ये लड़ाई नेता जी के बिना चाहे कैसे हो सकती है !लड़ाई करवाना इनकी
आदत में है इन्होंने ही पहले राम मंदिर निर्माण पर लड़ाई करवाई
थी अब वही चालें घर में चलने लगे अन्यथा शिवपाल सिंह जी को भी बना देते
थोड़े बहुत दिनों के लिए मुख्यमंत्री आखिर क्या बिगड़ जाता वो भी अपने परिवार
के सामने बात करने लायक हो जाते आखिर आपके समर्पण में उन्होंने सारा जीवन
लगा दिया फिर भी प्रदेश अध्यक्ष पद पर ही मारा मारी चल रही है ऐसे ओहदे तो
उन्हें दूसरी पार्टियाँ भी दे सकती हैं खैर मुझे क्या करना !कहीं ये चुनाव
प्रचार का स्टंट भर ही तो नहीं था 5 दिनों तक देश की जनता और मीडिया का
ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब रहे चुनाव के समय ऐसे विज्ञापनों का बहुत
बड़ा महत्त्व है इसके लिए बहुत खर्चा करना पड़ जाता !देखिए राहुल जी को नहीं
मिल पा रही है इतनी कवरेज गाते बजाते घूम रहें हैं वो भी एक पार्टी लिए
उत्तर प्रदेश में !
मुलायमसिंह जी का समय पास करते रहेंगे दोनों लोग !अब सपा में लगी रहेगी रौनक !
'अ'मरसिंह सपा में कब तक मुलायम सिंह जी से
चिपके रहेंगे तब तक !अन्यथा
'अ'मर सिंह जी को 'अ'खिलेश और 'आ'जम खान पचा नहीं पाएँगे !पीढ़ी परिवर्तन के
कारण 'अ'खिलेश एक बार सह भी जाएँ किंतु 'आ'जम कैसे भी नहीं सह पाएँगे
अमरसिंह को।
'अ'मरसिंह जी बहुत अच्छे व्यक्ति हैं किंतु उनके नाम का पहला अक्षर 'अ'इस कारण 'अ'अक्षर वालों से उनकी पटरी खाएगी ही नहीं किंतु वे चिपकते 'अ'अक्षर वालों से ही हैं अंत में सबसे चोट खानी पड़ती है वो या तो इसके उपाय करें या फिर सावधान रहें !अ अक्षर वाले अमर सिंह जी की यात्रा अखिलेश, आजमखान, अमिताभबच्चन, अभिषेकबच्चन , अनिलअम्बानी, अजीतसिंह के यहाँ होते हुए फिर पहुँची अखिलेश और आजमखान के यहाँ उसी पुराने घर में क्या मुलायम सिंह जी सँभाल पाएँगे अपने पुराने मित्र की मित्रता !
कहुरहीम कैसे निभिहि केरबेर को संग ! |
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