सोनियाँ जी कहती है कि दस साल में यू. पी.ए.ने बहुत शानदार काम किया !
किन्तु सोनियाँ जी ये तो आपकी आत्मा ही जानती होगी कि इस देश की सत्ता पर रहकर आप या आपकी पार्टी के पूर्व प्रशासक कितने अकर्मण्य रहे होंगे जिन्हें साठ साल तक आम जनता के भोजन की ही याद नहीं आई आपको भी तब आई जब नौ साल सत्ता के बीत गए आपने केवल समय पास किया फिर जब दिल्ली की जनता ने विधान सभा चुनावों में लट्ठ उठाया तब आपकी सरकार जागी किन्तु अब क्या फायदा !
आखिर आप कभी क्यों नहीं सोचती हैं कि जिस खान दान की आप बहू हैं उसने इस देश में सबसे अधिक राज किया है उसके बाद बची खुची कसर आपने पूरी कर दी पिछले दस वर्षों से भारतीय सत्ता आपके आदेशों की गुलाम है फिर भी आप अपना इलाज कराने विदेश जातीं हैं क्या ये देश के लिए शर्म की बात नहीं है वहाँ के लोग भारतीयों को कितना मूर्ख गरीब और बे सहारा समझते होंगे !उन्हें क्या ये नहीं लगता होगा कि सोनियाँ जी चलो भारतीय सरकार की मालकिन हैं तो इनके पास पैसा और संपर्क है इसलिए ये तो चलो यहाँ इलाज करा भी लेती हैं लेकिन बेचारी भारतीय आम जनता तो इलाज बिना ही .... !
इसलिए सोनियाँ जी माना कि आपके पास पैसा और संपर्क हैं किन्तु अपने लायक एक अस्पताल यहाँ भी बनवा लेतीं तो विदेशों में होने वाली देश की बेइज्जती को बचाया जा सकता था
see more...
" किसी भी प्रकार का आरक्षण क्यों किसी को भी पेंशन क्यों ?फ्री में किसी को कुछ भी नहीं !"
http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/03/blog-post_9366.html
किन्तु सोनियाँ जी ये तो आपकी आत्मा ही जानती होगी कि इस देश की सत्ता पर रहकर आप या आपकी पार्टी के पूर्व प्रशासक कितने अकर्मण्य रहे होंगे जिन्हें साठ साल तक आम जनता के भोजन की ही याद नहीं आई आपको भी तब आई जब नौ साल सत्ता के बीत गए आपने केवल समय पास किया फिर जब दिल्ली की जनता ने विधान सभा चुनावों में लट्ठ उठाया तब आपकी सरकार जागी किन्तु अब क्या फायदा !
आखिर आप कभी क्यों नहीं सोचती हैं कि जिस खान दान की आप बहू हैं उसने इस देश में सबसे अधिक राज किया है उसके बाद बची खुची कसर आपने पूरी कर दी पिछले दस वर्षों से भारतीय सत्ता आपके आदेशों की गुलाम है फिर भी आप अपना इलाज कराने विदेश जातीं हैं क्या ये देश के लिए शर्म की बात नहीं है वहाँ के लोग भारतीयों को कितना मूर्ख गरीब और बे सहारा समझते होंगे !उन्हें क्या ये नहीं लगता होगा कि सोनियाँ जी चलो भारतीय सरकार की मालकिन हैं तो इनके पास पैसा और संपर्क है इसलिए ये तो चलो यहाँ इलाज करा भी लेती हैं लेकिन बेचारी भारतीय आम जनता तो इलाज बिना ही .... !
इसलिए सोनियाँ जी माना कि आपके पास पैसा और संपर्क हैं किन्तु अपने लायक एक अस्पताल यहाँ भी बनवा लेतीं तो विदेशों में होने वाली देश की बेइज्जती को बचाया जा सकता था
see more...
" किसी भी प्रकार का आरक्षण क्यों किसी को भी पेंशन क्यों ?फ्री में किसी को कुछ भी नहीं !"
http://bharatjagrana.blogspot.in/2014/03/blog-post_9366.html
No comments:
Post a Comment