Thursday, 13 November 2014

बिहार के मुख्य मंत्री माँझी को सरकार चलाना नहीं आ रहा है !इसीलिए ऊटपटाँग बयान दे रहे हैं !

मांझी जैसे लोग बिना आरक्षण के जब घर नहीं चला सकते तो सरकार क्या चला लेंगे !बस ऐसे ही ऊटपटाँग बयान दे देकर अपना समय पास भले कर लें !

   बंधुओ ! सवर्णों के विषय में मांझी ने हाल ही में  कहा था कि "आरक्षण के कारण ही भुइयां का बेटा मुख्यमंत्री पद पर है नहीं तो किसी के खेत में हल जोतता रहता । वह सीएम हैं, इसलिए तो उंची जाति के लोग भी साष्टांग करते हैं, वरना कौन पूछता।"

     आप सोचिए ये किसी प्रशासक का बयान  हो सकता है क्या ?जो जातिवाद के जहर से इतना प्रभावित हो वहां के सवर्ण सुरक्षित हैं इसका भरोसा कैसे किया जाए !  जहाँ मुख्यमंत्री ही जातिवादी आग लगाने पर इसप्रकार से आमादा हो वहाँ की गरीबत के लिए आम जनता का क्या दोष !

हाल

हाल बिहार के मुख्य मंत्री माँझी में सरकार चलाने की सामर्थ्य नहीं है इसीलिए ऊटपटाँग बयान  देकर जनता का ध्यान भटका रहे हैं !वैसे भी जो लोग आरक्षण के बिना अपने परिश्रम के बल पर अपना घर नहीं चला सकते वो कोई सरकार कैसे चला  लेंगे !

    बंधुओ! सवर्ण यदि विदेशी थे तो भारत वर्ष की आजादी के आंदोलन में सबसे अधिक बलिदान और योगदान सवर्णों ने दिया है जिसका स्पष्ट वर्णन भारत सरकार के द्वारा प्रकाशित " भारत के गौरव " नामक नव खण्डीय ग्रन्थ में जिन लोगों को भारत का गौरव बताया गया है उनमें सर्वाधिक लोग सवर्ण थे, मांझी जैसे लोगों का उसमें कहीं अता पता ही  नहीं है क्योंकि आरक्षण के बदौलत और कुछ भी मिल सकता है किन्तु  गौरव नहीं मिल सकता !

       बिहार के मुख्यमंत्री  मांझी   के विवादित बयानों में सबसे अधिक जातिवाद एवं अज्ञान झलकता है लगता है कि जनतादल यू को बरबाद करने का महान काम करने में विरोधियों के लिए माँझी कुछ छोड़ना ही नहीं चाहते हैं वो अकेले अपने  ही बयानों के बल पर ही बर्बाद कर देना चाहते हैं अपनी संपूर्ण पार्टी !किसी और का एहसान नहीं लेना चाहते हैं !बारे स्वाभिमान !!!

      अन्यथा किसी प्रशासक के मुख से ऐसे बेहूदे बयान शोभा देते हैं क्या? सबको मिलकर चलना शासक की जिम्मेदारी होती है किन्तु जहाँ मुख्यमंत्री ही जातिवादी आग लगाने पर आमादा हो वहाँ की गरीबत के लिए आम जनता का क्या दोष !

      बिहार के मुख्यमंत्री  मांझी ने कुछ समय पहले कहा था कि वो जिस मंदिर में गए थे वो धोया गया था !

   अरे  मुख्यमंत्री जी !यदि ऐसा हुआ भी होगा तो आप की जाति के कारण नहीं अपितु उसमें कारण आपकी अकल ,शकल और ऊट पटांग अशुद्ध बयान  बाजी रही होगी !

 


No comments:

Post a Comment