Friday, 21 November 2014

'बाबा रामपाल 'की गिरफ़्तारी के ढंग से हमें तो नहीं लगता कि दाऊद जैसों को पकड़ पाना हमारे लिए आसान होगा !

     बंधुओ ! अमेरिका से हम कितना पीछे हैं ?  ओसामा बिन लादेन और बाबा रामपाल !

    एक ओर विश्व के मोस्टवांटेड आतंकवादी ओसामा को समुद्र पार करके किसी दूसरे देश से उठा ले जाना और उस देश को पता भी न लगने देना, एक चिड़िया तक न मरने देना !अपनी सारी रणनीति को गुप्त रख लेना ! वहीँ दूसरी ओर भारत में घोषित बाबा रामपाल अपने घोषित आवास में अपनों के साथ स्वाभाविक रूप से रह रहा था, वहाँ वो अपनी सहज प्रक्रिया के तहत लोगों की बड़ी संख्या के साथ साथ  बड़े हथियार इकठ्ठा करता रहा 15 दिनों तक शोर मचा रहा विश्व का सारा मीडिया देखता रहा कि हम कितने काबिल हैं हमारे पत्रकारों की पिटाई हुई बड़ी संख्या में हमारे पुलिस के जवान जख्मी हुए कुछ मौतें भी हुईं तब हम पकड़ पाए अपने एक बाबा को !जहाँ केंद्र से लेकर प्रान्त तक एक ही पार्टी की सक्षम सरकार है !आखिर किसी ऐसी विधा पर विचार क्यों नहीं किया जा सका जिससे बिना इतना शोर शराबा किए एवं अपने नागरिकों को सुरक्षित रखते हुए और पकड़ कर समय से कोर्ट के सामने उपस्थित कर पाते उस विवादित बाबा को ! 

     अब तो लोग कहने लगे हैं कि बातों में भले हम अमेरिका जैसे देशों से आगे हों ,भीड़ जूता कर अपनोंके बीच बड़ी बड़ी बातें कर लें अपनी पीठ थपथपाने को हमें कौन रोक सकता है ईश्वर ने हमें मुख दिया है किन्तु काम में हम कितने सुस्त एवं अदूरदर्शी हैं ये दुनियां देख कर हम पर क्या हँस नहीं रही होगी!

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