क्या महिलाओं की कोई जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए ?
- प्रेम प्यार का खेल खेलने वाले लड़के लड़कियों के जोड़े मेट्रो जैसी सार्वजानिक जगहों पर आपस में अश्लील हरकतें करते चलते हैं उन्हें यदि कुछ शरारती लड़के ऐसा करते हुए देखकर बेकाबू हो उठते हैं फिर उसी प्रेमी जोड़े के साथ वे भी उतर जाते हैं आगे जाकर प्रेमी को धमकाकर भगा देते हैं अब चार लड़के लड़की अकेले बिना किसी सूचना के वहाँ कैसे पहुँच जाए पुलिस ?
- प्रेमी जोड़े अक्सर एक दूसरे से रूठते मनाते रहते हैं इसी क्रम में एक प्रेमी किसी नै प्रेमिका के संपर्क में आने के बाद पुरानी प्रेमिका को छोड़ देना चाहता है किंतु पुरानी उसे छोड़ना नहीं चाहती है किसी दिन प्रेमी यदि हिंसक भावना से प्यार का नाटक कर के उसको किसी एकांत स्थान में बुलाएगा तो वो प्रेमिका होने के कारण चली भी जाएगी वो दोनों एक दूसरे से लिपट कर रूठते मानते रहेंगे किंतु यदि प्रेमिका फिर भी न मानी और प्रेमी हिंसक हो जाता है और कोई अप्रिय वारदात कर बैठता है तो पुलिस अचानक उसे कैसे रोक सकती है ?
- एक पार्क में 6 स्कूली लड़के मौज मस्ती की चर्चा करते हुए कह रहे थे कि एक बार उन्हें एक लड़की की तलाश थी तो उनमें से एक ने कहा कि अमुक काल सेंटर में इतना अमाउंट देकर वहाँ से किसी लड़की को दो घंटे के लिए लाया जा सकता है अमुक घनी बस्ती में दो घंटे के लिए किराए पर कमरा मिल जाता है लड़की को दिया जाने वाला अमाउंट आपस में चंदा कर लेते हैं और एक लोग लड़की को ले आएगा बाकी उसी कमरे में बैठे रहेंगे लड़की आने के बाद भाग तो जाएगी नहीं ऐसा निश्चय करके वो सब ऐसा ही करते हैं जो लड़की को बुरा लगना स्वाभाविक है उनके चंगुल से मुक्त होने के बाद लड़की को बुरा लगता है वो किसी थाने में जाकर गैंग रेप की रिपोर्ट करती है डॉक्टरी कराई जाती है तो गैंगरेप की पुष्टि होती है किंतु ऐसे कांडों को पुलिस कैसे रोके ?
- कोई महिला घरेलू तनाव से आहत होकर किसी आश्रम में जाती है वहाँ बाबाजी धर्म कर्म की बातें करके उसका शील शोषण करने में यदि सफल हो जाते हैं फिर भी वो महिला घरेलू तनाव से मुक्ति के कारण वो सब कुछ वर्षों तक सहते रहती है इसके बाद किसी विषय पर कोई मन मोटाव हुआ फिर वो बाबा जी पर रेप करने का आरोप लगाती है ये कहाँ तक न्यायोचित है और तब अचानक पुलिस क्या करे ?
- एक महिला कुछ पैसों के लालच में ,या नौकरी पाने या प्रमोशन के लालच में या राजनैतिक पद प्रतिष्ठा प्राप्ति के लालच में सामने वाले के प्रणय निवेदन को अपनी इच्छा से स्वीकार कर लेती है जो कुछ वर्षों तक चलता रहता है किंतु वो व्यक्ति अपने दिए हुए आश्वासन को पूरा करे में सफल नहीं होता है या नहीं करता है तो ये धोखाधड़ी हो सकती है किंतु इसे रेप कैसे कहा जा सकता है ?
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