Friday, 4 December 2015

अन्ना जी की प्रेरणा से भ्रष्टाचार के विरुद्ध सैलरी का शंखनाद !

अन्ना हजारे के लिए चित्र परिणाम
बाबा बहुत दयालू हैं । सबका मालिक एक !

   आमआदमीपार्टी का तीर्थ है रालेगणसिद्धिधाम जहाँ बसते हैं बाबा अन्नासाईंराम उन्हीं का आशीर्वाद है  सैलरी प्रसाद ! जिस पार्टी में भक्त लोग केवल बाबा के आदेश का पालन करते हैं वहाँ बाबा के आदेश के बिना पत्ता भी कैसे हिल सकता है !अपने बेरोजगार भक्तों की बेरोजगारी दूर करने वाले बाबा बहुत दयालू हैं
    बाबा के सम्प्रदाय का मानना है कि  खर्चों की कमी हो तो सैलरी जितनी चाहो उतनी बढ़ा लो उसे भ्रष्टाचार नहीं माना जाएगा !वैसे भी बाबा की कृपा केवल उनके भक्तों पर बरसती है भक्त कुछ भी करें सब खुशी खुशी स्वीकार करते हैं बाबा !
     किसी गाँव में एक पंडित जी थे जब किसी से कोई पाप दोष हो जाता तो वो कुछ दान धर्म बताने पहुँच जाते और जो मिलता वो अपने घर ले आते !एक दिन एक गधा मर गया वहाँ पहुँच गए और पाप मुक्त होने के लिए बता डाला बड़ा भारी दान धर्म !लोगों ने कहा किंतु पंडित जी वो गधा तो आपके ही बेटे संतोष से मरा है तो ये सारा कर्मकांड आपको ही करना होगा तो पंडित जी हँसने लगे और मुस्कुराते हुए बोले कि -
  जहाँ हमारा संतोष ,वहाँ गधा मारे कौन दोष ॥
   अर्थात जहाँ हमारा लड़का संतोष था वहाँ गधा मारने से दोष नहीं लगता ! 
     यही स्थिति है बाबा अन्ना साईंराम जी की !आज तक सादा जीवन उच्च बिचार का पाठ पढ़ाने वाले बाबा सैलरी प्रकरण पर मौन हैं कोई और पार्टी होती तो उसके विरुद्ध बैठ जाते धरने पर !पुरानी सरकार को समाप्त करके अपने भक्तों की बेरोजगारी दूर करने के लिए बाबा ने कितनी तपस्या की !तीर्थ सा बन गया था राम लीला  मैदान !लग रहा था कि अब भ्रष्टाचार मिटाकर ही दम लेंगे !कई कई दिन भूखे रहे कहते रहे हमें तो भ्रष्टाचार को हटाना है साफ साफ कभी नहीं कहा कि हमें तो कांग्रेस को हटाकर केजरीवाल को लाना है किंतु बाबा बड़े दयालू हैं !वो अन्तर्यामी हैं केजरीवाल जी को जो बरदान दिया वो आज फलीभूत हो रहा है !सुना है  कि दिल्ली सरकार की जिस आज्ञा का पालन केंद्र सरकार नहीं करेगी बाबा तुरत बैठ जाएंगे धरने पर और हिलाने लगेंगे केंद्र सरकार !
  सोचने की बात ये है कि अन्नासाईंराम जी के  बेरोजगार भक्तों को मिला रोजगार किंतु  दिल्लीवालों  क्या मिला ? 
    अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करने वाले बाबा 'अन्नासाईंराम' जी ने अपने बेरोजगार भक्तों 
कमायी का शंखनाद ! अन्नासाईंराम  की कृपा से उनके भक्त अब जब चाहें तब जितनी चाहें उतनी बढ़ा सकते हैं अपनी सैलरी ! बाबा की कृपा से जन्म जन्मान्तर का दारिद्र्य दूर हो गयाबंधुओ ! आपको याद होगा कि अभी जिन भक्तों की बेरोजगारी से दुखी होकर 'रालेगणसिद्धिधाम' से 'अन्नासाईंराम' जी रामलीला मैदान में अन्नासाईं की कृपा कुछ भक्तों पर ऐसी बरसी कि जो कभी घर नहीं चला सके दिल्ली चला रहे हैं जिन्हें कोई फ्री में अपने यहाँ रखने को तैयार नहीं था उनकी कमाई शुरू हो गई !शुरू हुआ आज पहुँचा अपने अंजाम तक ! बताया जाता है कि विधायकों की सैलरी बढ़ाने संबंधी कमाई का श्री गणेश करने हेतु कुछ लोग अपने देवता का दर्शन करने "अन्नासाईंधाम' गए थे   जी से अनुमति लेने अभी हाल ही में 'अन्नाधाम' गए थे !वैसे भी ऐसी खुश खबरी सुनकर किसको खुशी नहीं होती है कि हमारे भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो ! आज्ञा लेने कुछ भक्त लोगके लिए उन्हें  "कुबेरकोश "पर बैठा दिया है जब पैसे घटें तो बढ़ा लो सैलरी !बाबा बड़े दयालू हैं !

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