बाल ब्रह्मचारियों के बच्चे ,संन्यासियों की संपत्तियाँ ,नेताओं की अनैतिकता एवं सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार से देश में मचा है हाहाकार !इसे ठीक करने के लिए नोट बंद कर रही है सरकार !समस्या कहीं है मलहम कहीं लगाया जा रहा है किंतु ख़ुशी इस बात की है कि भ्रष्टाचार की ओर मोदी जी का ध्यान तो गया
बाकी भ्रष्टाचार के विरोध के बड़े बड़े नारे लगाते राजनीति में लोग आए
भ्रष्टाचारी नेताओं की बड़ी बड़ी फाइलें जनता को दिखाते रहे बड़े बड़े नेताओं
को जेल भेजने की कहानियाँ गढ़ते रहे किंतु सरकारों में आते ही ऐसे बदतमीजों के चेहरे चमक गए गाल लाल होगे खाँसी ठीक हो गई गले की गोली निकलवा ली अब दाँत ठीक करवाने का बजट पास हो रहा है किंतु न किसी नेता की फाइलें खुलीं और न ही कोई जेल ही भेजा गया !अब ऐसे राजनैतिक लुटेरे कई राज्यों के चुनावों में हाथ पैर मारने लगे हैं
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