Wednesday, 28 January 2015

पाकिस्तान में ठोंकतंत्र है या लोकतंत्र या लोकतंत्र का उपहास !


     आतंकवादी जैसा चाहते हैं वैसा होता है चुनी हुई सरकारें देखती रह जाती हैं !उधर नवाज साहब भारत से अच्छे संबंध चाहते हैं किन्तु किस बल पर !

'भारत से अच्छे संबंध चाहता है पाक : नवाज (IBN-7)'

कारगिल की लड़ाई को ही देखिए ! पाक की चुनी हुई सरकार युद्ध में सम्मिलित होने से इंकार करती रही जबकि पाकिस्तान ने चोरी चोरी चुपके चुपके भारत के विरुद्ध छेड़ रखा था  युद्ध !पाक में न लोकतंत्र स्थिर है न सरकारें कब कौन किस पद से हटा जाए क्या पता !फिर सम्बंध कैसे और किससे अच्छे बनाए जाएँ !

    इसलिए नवाज साहब ! अच्छे संबंधों का एक ही उपाय है कि पाकिस्तान नामक देश भ्रम को समाप्त करके भारत में विलय कर दिया जाए तभी  संभव है क्योंकि हम ज्योतिषी होने के नाते विश्वास पूर्वक यह कह सकते हैं कि पाक नामक हिस्सा भारत से जिस समय अलग हुआ था उस समय अलग हुआ कोई पौधा भी अलग रहता है तो सूख जाता है और वापस मिल जाता है तो लहलहा उठता है वही स्थिति पाक की है इसी कारण से वहाँ धींगा मुस्ती चल रही है जो जिस पर भारी पड़ता है वो हथिया लेता है सत्ता ! किसी देश में लोकतंत्र ऐसे चलते हैं क्या !

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