एक वर्ष पूरा होने पार आपको बहुत बहुत बधाई !पुनः आपसे एक प्रश्न !
दिल्ली सरकार को अब क्यों नहीं दिखाई पड़ते दिल्ली की जनता पर हो रहे अत्याचार !!
दिल्ली में गुंडागर्दी के बल पर एक बिल्डिंग के लोगों को इतना डराया धमकाया जा रहा हो कि लोग जीवन के जरूरी संसाधनों के बिना घुट घुट कर जी रहे हों !बिल्डिंग छोड़ छोड़ कर जाने पर मजबूर कर दिए जाएँ फिर भी सरकारें अपने स्वच्छ प्रशासन से खुश हों तो बनी रहें !
एक बिल्डिंग की टॉप फ्लोर में रहने वाले सरकारीकर्मचारियों या सोर्सफुल लोगों की गुंडागर्दी से त्रस्त लोग पिछले दो वर्ष से बूँद बूँद पानी के लिए परेशान हैं सामूहिक बिल्डिंग की छत पर रखी टंकियों में मरे चूहे कबूतर बन्दर बिल्ली कुछ भी डाल दी जाती हैं टंकियाँ फाड़ दी गईं मोटरें ख़राब कर दी गईं पाइपों में वो सब कुछ घुसा दिया गया जिससे उसमें पानी का आना जाना न हो सके बिल्डिंग बनने की 18 वर्षों बाद वो कहते हैं कि हमने छत खरीद ली है इसलिए टंकियों में पानी नहीं भरने देंगे इन टॉप फ्लोर वालों में से कोई अपने को पुलिस अफसर बताता है तो कोई शिक्षक तो कोई लोक सभा का कर्मचारी नेता या वकील !कुलमिलाकर अपने अपने कल्पित ओहदे बता बता कर इतना डरा धमका रखा है कि घरों में पिछले एक वर्ष से पानी नहीं है किंतु कोई कम्प्लेन करने को तैयार नहीं है !जिन्होंने 18वर्ष पहले फ्लेट ख़रीदे थे वे अपनी पानी की टंकियाँ लेकर अब कहाँ जाएँ पिछले एक वर्ष से टॉप फ्लोर वालों ने पानी भरना बिलकुल बंद करा दिया है टंकियां रखने के बदले रंगदारी माँगते हैं ये लोग !छत पर जाने आने के रास्ते में ताला लगा दिया है उन लोगों ने !see more....http://samayvigyan.blogspot.in/2016/02/v-i-m-p.html
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