नौसिखिया चुनाव नौका लेकर दो राजनीति में उतर रहे !
वोट माँगने के खातिर उत्तर प्रदेश में विचर रहे ॥
साइकिल पर कैसे टिक सकता है राजनीति का 'कटाहाथ '!
धचके कैसे सह पाएगा कितने दिन इनका निभे साथ ॥
कटाहाथ अपशकुन बड़ा घपलों घोटालों का गवाह ।
सब दल जानने लगे इसको नहिं होगा इसके संग निवाह ॥
साइकिल दो पहिए का वाहन गिर सकती है ये कभी कहीं ।
कितने लोगों को गिरा चुकी बूढ़ों के बस की है ही नहीं ॥
अपनों के सपने चूर किए वो कटा हाथ क्यों ढोएगी ।
घायल को लादे घूम रही अब अपने हाथ डुबोएगी ॥
पुर्जा पुर्जा टेंशन में है मड गार्ड बजा ही करता है ।
है चैनकवर ढीला इसका हर समय फँसा ही करता है ॥
ऐसी बीमार साइकिल पर चढ़ बैठा घायल हाथ और !
उत्तर प्रदेश पर दया करो हे ईश्वर इसको मिले ठौर ॥
साइकिल में तो धचके लगते ही बहुत हैं वैसे भी कटे हुए हाथ में पकड़ तो होती नहीं
है वैसे भी ये साइकिल बहुतों को गिरा चुकी है! वैसे भी राजनैतिक साइकिल में पिता पुत्र आदि दो ही पहिए होते हैं पिता धक्का देता है पुत्र के हाथ स्टेयरिंग है !इसके मडगार्ड बजट ही रहते हैं चैन कवर कभी भी खड़खड़ाने लगता है !वैसे इस कटे हुए हाथ में इतना अधिक लोड है कि इसके रख जाने के बाद इसका फ्रीब्हील कभी भी फेल हो सकता है !
फिलहाल इस साइकिल का ड्राइवर बदलने की कोशिश की गई है किंतु ड्राइवर नौसिखिया है और साइकिल के साथी को भी नौसिखिया ही समझो ! दो नौसिखिए लोगों ने कटेहाथ को साइकिल पर रखने की कोशिश की तो है किंतु कब तक के लिए !फिर भी सीखने में बुराई भी क्या है !
धचके कैसे सह पाएगा कितने दिन इनका निभे साथ ॥
कटाहाथ अपशकुन बड़ा घपलों घोटालों का गवाह ।
सब दल जानने लगे इसको नहिं होगा इसके संग निवाह ॥
साइकिल दो पहिए का वाहन गिर सकती है ये कभी कहीं ।
कितने लोगों को गिरा चुकी बूढ़ों के बस की है ही नहीं ॥
अपनों के सपने चूर किए वो कटा हाथ क्यों ढोएगी ।
घायल को लादे घूम रही अब अपने हाथ डुबोएगी ॥
पुर्जा पुर्जा टेंशन में है मड गार्ड बजा ही करता है ।
है चैनकवर ढीला इसका हर समय फँसा ही करता है ॥
ऐसी बीमार साइकिल पर चढ़ बैठा घायल हाथ और !
उत्तर प्रदेश पर दया करो हे ईश्वर इसको मिले ठौर ॥
साइकिल पर कटा हाथ !
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फिलहाल इस साइकिल का ड्राइवर बदलने की कोशिश की गई है किंतु ड्राइवर नौसिखिया है और साइकिल के साथी को भी नौसिखिया ही समझो ! दो नौसिखिए लोगों ने कटेहाथ को साइकिल पर रखने की कोशिश की तो है किंतु कब तक के लिए !फिर भी सीखने में बुराई भी क्या है !
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