Tuesday, 11 April 2017

Shodh prikriti

अनुसंधान प्रस्ताव

































अनुसंधान परियोजना के बी विवरण
1
प्रोजेक्ट का TITLE:
  समय एवं प्राकृतिक संकेतों के द्वारा भावी घटनाओं का पूर्वानुमान ! 
2
उद्देश्य:
A.   रोगों एवं अवसाद जैसे मनोरोगों का पूर्वानुमान करके प्रिवेंटिव चिकित्सा को आसान बनाना !
B. अतिवर्षा बाढ़ एवं  भूकंप आदि का पूर्वानुमान एवं भूकंप जैसी प्राकृतिक घटनाओं से मिलने वाले संकेतों का अध्ययन 
3
प्रस्तावित अनुसंधान का सारांश (150 शब्द तक) संकेत: -
      समय - शरीर और ब्रह्मांड दोनों की रचना एक जैसी है शरीर में रोग मनोरोग आदि हों या प्रकृति में बाढ़ भूकंप आदि ये सब अचानक घटित होते देखे जाते हैं !रोग होने पर चिकित्सा कर ली जाती है और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के बाद बचाव कार्य कर लिए जाते हैं किंतु चिकित्सा और बचाव कार्य के परिणामों का पूर्वानुमान पता नहीं होता ! कई बार तो चिकित्सा होते हुए भी कुछ रोगियों का रोग बढ़ते और मृत्यु तक होते देखी जाती है इसी प्रकार से बाढ़ भूकंप आदि के बाद बचाव कार्य चला करते हैं उधर बाढ़ बढ़ती जाती है और भूकंप के झटके लंबे समय तक लगते रहते हैं !इसलिए  इनसे संबंधित पूर्वानुमान लगाने के लिए समयविज्ञान एवं प्रकृति संकेतों के अध्ययन हेतु !



4
योग्यता - आयुर्वेद ज्योतिष एवं वेद वेदांगों का अध्ययन


अध्ययन  संदर्भ:
    आयुर्वेद - चरकसंहिता,सुश्रुतसंहिता,शार्ङ्गधर संहिता,माधन निदान ,रस रत्न समुच्चय ,अष्टाङ्गसंग्रह,भावप्रकाश, चक्रदत्त आदि !
 ज्योतिष - ताजिक नीलकण्ठी ,होरा रत्नम,पराशर होरा शास्त्र ,जतक पारिजात ,वृहद्ज्जातक, जातकतत्वविवेक, जातकालंकार ,लघुपाराशरी, षड़पंचाशिका,गृह लाघव, सूर्यसिद्धांत,ज्योतिर्विवेक रत्नाकर,सारावली आदि    


5
पिछले लगभग बीस वर्षों से समय विज्ञान को आधार मानकर जीवन एवं प्रकृति से संबंधित विभिन्न विषयों पर अनेकों दृष्टिकोणों से रिसर्च किया जा चुका है जिससे कई विषयों के पूर्वानुमान में सफलता मिली है भूकंपों से संबंधित पूर्वानुमान लगा  पाने में भले ही अभी तक कोई विशेष सफलता न मिल पाई हो किंतु इस रिसर्च कार्य के द्वारा ही इसी क्षेत्र में सफलता के जो संकेत मिले हैं वो काफी आशा जनक हैं !
6
संबंधित शीर्षकों के तहत विस्तृत शोध योजना
  1. पिछले 100 वर्षों में आए बड़े भूकंपों का अध्ययन
  2. भूकंपों के प्रकारों का अध्ययन 
  3.  भूकंपों से प्राप्त संकेतों के अध्ययन के आधार पर निकट भविष्य में घटने वाली प्राकृतिक सामाजिक व राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं का पूर्वानुमान !
  4. भूकंप आने से पहले और बाद में होने वाले प्रकृति परिवर्तनों का अध्ययन !
  5. भूकंप आने से पहले और बाद में लोगों में होने वाले संभावित रोगों एवं स्वभावों में होने वाले बदलावों का अध्ययन !
  6.  वात  पित्त कफ प्रकृति के भूकम्पों का वात  पित्त कफ प्रकृति के लोगों पर अलग अलग पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन !
  7. भूकंपों के प्रकारों के आधार पर भिन्न भिन्न भूकंपों का अलग अलग जानवरों के स्वभावों शरीरों में आए परिवर्तनों का अलग अलग अध्ययन !
  8. भिन्न भिन्न भूकंपों का भिन्न भिन्न वृक्षों वनस्पत्तियों पर दिखने वाले बदलावों का अलग अलग अध्ययन !
  9. भूकंपों के आने के पहले से बाद तक की प्राकृतिक घटनाओं का अलग अलग अलग अध्ययन !
  10. भूकंपों के आने से पहले एवं बाद में होने वाले प्राकृतिक उत्पातों का अध्ययन ! 
  11. भूकंपों के आने से पहले एवं बाद में दिखने वाले आकाशीय एवं पार्थिव शकुनों अपशकुनों का अध्ययन !
  12. भूकंपों के समय ग्रहों नक्षत्रों एवं ग्रहसंयोगों के आधार पर भूकंपों का अध्ययन !
  13. पिछले 100 वर्षों में आए प्रमुख भूकंपों के समय के ग्रह एवं नक्षत्रों  का आधुनिक भूकंपों के लक्षणों के साथ संयुक्त अध्ययन !
  14. भूकंप आने वाले समय में ही भूकंप स्थलों पर पहुँच कर वहाँ की प्रकृति का अध्ययन
अनुलग्नक I : निम्न बिंदुओं सहित भूकंप की जानकारी:
अनुसंधान और लाभ का उद्देश्य -भूकंप आने से पहले भूकंप संबंधी पूर्वानुमान लगाने एवं बचाव कार्य संबंधी कठिनाइयों को सुगम और सुरक्षित बनाने का लक्ष्य !
अध्ययन प्रक्रिया-आयुर्वेद ज्योतिष आदि वैदिक विज्ञान एवं प्रकृति विज्ञान से सम्बंधित अलग अलग ग्रंथों विषयों एवं विशेषज्ञों से प्राप्त ज्ञान एवं अनुभवों के संयुक्त दृष्टिकोण से भूकम्पों. का अध्ययन !
गोपनीयता- इस रिसर्च प्रक्रिया में उपयोग की जाने वाली विषय वस्तु प्रक्रिया शोध प्रकार और ज्ञान एवं अनुभव के स्रोतों को उचित समय एवं उचित मंच पर प्रकाशित करने से पूर्व गोपनीय रखा जाएगा !
अध्ययन और अधिकार - विभिन्न विषयों के स्वतंत्र ग्रंथों विद्वानों प्रकृति वैज्ञानिकों कृषकों पशुपालकों अनुभवों का उपयोग करते हुए अपने अनुशार शोध को गति देने में अपनी संपूर्ण भागीदारी
अनुबंध - 
   हिंदी भाषा में यह शोध शामिल है भूकंप आने से पहले पूर्वानुमानों का पता लगाना इसका उद्देश्य है इसमें ज्योतिष आयुर्वेद शकुनशास्त्र ,रोगों एवं स्वभावों में होने वाले बदलावों तथा पशु पक्षियों संबंधी अध्ययनों को आधार बनाया जाएगा !भूकंप आने पर तुरंत वहाँ पहुँच पाने की व्यवस्था वहाँ पहुँचने पर सुरक्षा व सावधानियाँ ,शारीरिक या आर्थिक क्षति की संभावना रिकॉर्ड को गोपनीय रखने कीव्यवस्था ,गलत लगने पर किसी कथन को वापस लेकर उसे और अच्छे ढंग से प्रस्तुत करना एवं भविष्य में होने वाले इसके कॉपीराइट आदि संबंधी लाभ हेतु आनुवंशिक आधार अपनाया जाएगा !
 संग्रह-
   आकाश दर्शन से संबंधित सूक्ष्म दर्शक एवं दूरदर्शी उपकरण ,कॉपीराइट सुविधा ,
अध्ययन भागीदार एवं अन्य शोध सहयोगी लोग ,सहयोगी लोगों को सशर्त एवं आवश्यकतानुशार शामिल करना या निष्कासन करना, यातायात साधन आदि !दस से बीस वर्ष की अवधि !











  1. सांख्यिकीय विश्लेषण:

7
प्रस्तावित जांच के लिए दूरदर्शी उपकरण आदि के संदर्भ में सुविधाएं

8
बजट की आवश्यकता (विस्तृत गोलमाल और पूर्ण औचित्य के साथ )
  1. कम्प्यूटर आपरेटर 2 (हिंदी इंग्लिस )
  2. अध्ययन सहायक 3
  3.  बनस्पति परीक्षक अस्थाई कुछ लोग 
  4. परिचारक 2 
  5. यात्रा व्यय
  6. आकस्मिक व्यय 
  7. उपरि शुल्क
9
नैतिक अनुपालन: हाँ 


अध्ययन का प्रकार:

बी
इस अध्ययन में मानव विषय शामिल होगा : हाँ

सी
इस अध्ययन में पशुओं पक्षियों आदि के आचार व्यवहार को  शामिल किया जाएगा !
डी
इस अध्ययन में प्रकृति परिवर्तनों को  शामिल किया जाएगा !

इस अध्ययन में प्राकृतिक घटनाओं को सम्मिलित किया जाएगा
         एफ विज्ञापन किया जायेगा
          जी शारीरिक जोखिम असुविधा है



















प्रकाशन नैतिकता
  1. अन्वेषक सार्वजनिक हित में जानकारी के अनुसंधान / प्रसार के परिणाम के उचित प्रकाशन को सुनिश्चित करेगा।
  2. पारस्परिक सहमति द्वारा निर्धारित ग्रन्थकारिता के आदेश को परेशान नहीं किया जाएगा।
  3. प्रकाशन का विवरण संस्थागत अनुसंधान और नैतिकता समिति को सूचित किया जाएगा


एन
अन्वेषक का संपर्क नंबर 
डॉ.शेष नारायण वाजपेयी 
के -छाछी बिल्डिंग कृष्णा नगर दिल्ली 110051
मो. 9811226973 \83    

No comments:

Post a Comment